Saturday, 1 December 2018

मेरी जुबान से सब क्यों हैं परेशान - सिद्धू

सिद्धू को लगता है बड़बोलेपन का बुखार चढ़ रहा है, जिस बन्दे को अपनी जबान पर ही भरोसा नहीं है देश और पार्टी पता नहीं उस बन्दे को कैसे झेल रहे हैं यह बंदा केवल कॉमेडी सर्कस के ही काबिल है . रात को कुछ और बोलता है और सुबह कुछ और लगता है कांग्रेस पार्टी ने सारे ऐसे ही नमूने इकट्ठे कर रखे हैं . गुरूद्वारे को लेकर  बनाये जा रहे कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान सरकार की हामी की आड़ में यह खुद ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं और फूले नहीं समां रहे हैं . खुद आतंकियों के साथ फोटो खिंचाते हैं और बोलते हैं मैंने तो हजारों के साथ फोटो खींचाये हैं . सरकर सख्ती से ऐसे नेताओं से पेश आये जो देश बिरोधी बातें करते हैं चाहे बह किसी भी पार्टी से हो 

Wednesday, 21 November 2018

Tuesday, 13 November 2018

इस पुलिस वाले का क्या होगा


ढकिया चौकी की कानून ब्यबस्था

हमारे ढकिया चौकी के दरोगा जी आजकल कुछ ज्यादा ही कानून ब्यबस्था सुचारु करने में लगे हैं जिसे पुरे शाहाबाद तहसील की कानून ब्यबस्था उन्ही के कन्धों पर हो
साम होते ही दरोगा जी पहुँच जाते हैं बदायूं ब रामपुर की सीमा पर जिसे नदी भी कहा जाता है
और फिर झाड़ने लगते हैं अपना रॉब हर प्रकार की मोटरसाइकिल रोक ली जाती है पेपर दिखाने को कहा जाता है अगर एक भी कागज कम हुआ तो आ गई आपकी आफत गालियों के साथ साथ थप्पड़ भी जड़ दिए जाते हैं
अगर आप रसूखदार हुए तो उल्टा दरोगा जी उनको नमस्ते करके bade आराम से जाने देते हैं
अगर आपने पैसे नहीं
दिए तो आपकी मोटरसाइकिल बांड करने की धमकी भी दी जाती है 

Friday, 2 November 2018

साव्यासाची फिल्म Savyasachi

दो नवंबर को रिलीज़ हो चुकी फिल्म साब्यसाची आर माधवन, निधि अग्रवाल और नागा चैतन्य पर आधारित है, यह फिल्म चंदू मोनदेती द्वारा लिखी और डायरेक्ट की गयी है, फिल्म को मैत्री मूवी मेकर्स के बैनर तले प्रोडियूष किया गया है
इस फिल्म में दो जुड़वाँ भाइयों की कहानी को फिल्माया गया है, किस तरह बह एक साथ रह कर भी अपने सारे काम अपने मन मुताबिक अलग अलग करते हैं
इस फिल्म में साव्यासाची का अर्थ दर्शकों को यह बताया गया है कि जो एक ही टाइम में अपने दोनों हाथों का इस्तेमाल दो अलग अलग कार्यों के लिए कर सके

शाहरुख खान ने किया खुलासा क्यों है वह बॉलीवुड के बादशाह

शाहरुख खान ने अपना फ़िल्मी सफर सन 1988 से शुरू किया, मिडिल क्लास फैमिली से सम्बन्ध रखने वाले शाहरुख खान ने 26 साल का समय बॉलीवुड को दिया है, अपनी कड़ी मेहनत समय के पाबंद होने के कारण आज सब लोग उनको बादशाह के नाम से भी जानते हैं,
शाहरुख खान की पहली फिल्म थी दीवाना जिसमे उनके किरदार को काफी सराहा गया, तब से लेकर आज तक उन्होंने कभी पीछे मुद कर नहीं देखा

Tuesday, 30 October 2018

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का आज बुधवार 30/10/2018 को  गुजरात में अनावरण हुआ
यह अनावरण सरदार पटेल की 31 अक्टूबर को जयंती के मौके पर आयोजित किया गया है. पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बताया जा रहा है
 प्रधानमंत्री मोदी प्रतिमा का अनावरण करने के लिए बुधवार सुबह नर्मदा जिले के सरदार सरोवर बांध के पास केवडिया कॉलोनी जाएंगे.
 मोदी ने कहा
‘‘कल, सरदार पटेल की जयन्ती के मौके पर, ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' राष्ट्र को समर्पित की जाएगी.  नर्मदा के तट पर स्थित यह प्रतिमा महान सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है.''

सरदार बल्लभ भाई पटेल का परिबार


हेलोबीन

हेलोबीन हो सकता है बच्चो के लिए घातक रात नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन के 42 साल के विश्लेषण से पता लगा है कि कार बनाम पैदल यात्री के आकड़ो से पता चला है कि चार साल से आठ साल तक के बच्चों में किसी बाहन के द्वारा हुई मौतों में दस गुना बिरधि हुई है
हन द्वारा मारने का जोखिम 31 अक्टूबर को 43 प्रतिशत बढ़ता है, हेलोवीन से पहले या उसके बाद एक सप्ताह की समान रात की तुलना में - एक वृद्धि जो डेटा के पूरे दौर में काफी स्थिर रही, जिसमें 1 9 75- 2016

फर्जी न्यूज़ वेबसाइट की जाँच करना

दोस्तों आज के ज़माने में न्यूज़ वेबसाइट की जैसे बाढ़ आयी हुई है, हर कोई अपना न्यूज़ पोर्टल बना कर जनता को तरह तरह की न्यूज़ से अबगत कराता  है,
पर हम जो न्यूज़ देखते या पड़ते हैं बह बास्तब में सच्ची खबर है या झूठी इस बारे में जानने का हमारे पास कोई बिकल्प नहीं होता है, हम खबर को पड़ या देख कर ही उसके ऊपर भरोसा कर लेते हैं, ज्यादातर जो न्यूज़ हम देखते हैं या पढ़ते  हैं बह सभी न्यूज़ एडिट की हुई होती है
आज हम आपको कुछ ऐसी तरकीब के बारे मैं बताएँगे जिससे की आप झूठी ख़बरों को आसानी से पकड़ सकते हो
यहाँ हम बताने जा रहे हैं एक ऐसे एक्सटेंशन के बारे में जो आपको हर न्यूज़ की जाँच पड़ताल करने में मदद करेगा
उस एक्सटेंशन का नाम है ट्रस्टड्नेवस
  • आप क्रोम ब्राउज़र में जाकर trustednews पर क्लिक करें
  • इसके बाद Get TrustedNews for Chrome को चुनें
  • अब एड टू क्रोम करना होगा और बस हो गया आपके सिस्टम में ये टूल इंस्टॉल
  •  इस से आप किसी भी वेबसाइट की सत्यता को जाँच सकते हो 
  • यह केबल गूगल क्रोम के लिए ही उपलब्ध है

Monday, 29 October 2018

गूगल दे रहा ऑनलाइन कमाई का मौका

हम आपको बताने जा रहे है कि दुनिया कि सबसे भरोसेमंद कम्पनी गूगल आपको घर बैठे कमाने का मौका दे रही है आपको बस प्ले स्टोर में जाकर एक ऍप डाउनलोड करना है और अपने आपको उसमे रजिस्टर्ड करना है,
रजिस्टर्ड करने के बाद यहाँ बहुत सारे ऑप्शन होंगे घर बैठे पैसा कमाने के, आइये अब हम आपको बताते है इस ऍप के बारे में जिसका नाम है गूगल ओपिनियन  रिवार्ड्स. आपको बस करना इतना है
  • सबसे पहले आप प्ले स्टोर से इसको डाउनलोड कर लीजिये
  • फिर इसको ओपन कीजिये
  • यह आपसे आपकी डिटेल्स मांगेगा, वह सब फिल कर दीजिये
  • अब आपके सामने ढेर सारे सर्वे होंगे आप जितना चाहो उतना काम कर सकते हो और अपनी कमाई को बड़ा  सकते हो

ड्यूटी पर तैनात पुलिस वाली की पूरी कहानी

https://www.bbc.com/hindi/india-46019659

Sunday, 28 October 2018

इंडोनेशिया बिमान दुर्घटना

इस समय खबर आ रही है इंडोनेशिया से जिसका यात्री बिमान बोईंग 737 दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, उड़ान भरने के तुरंत बाद ही यह बिमान क्रैश हो गया. इसने जकार्ता से उड़ान भरी थी
उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद समुद्र के ऊपर से गुजरते समय यह हादसा हुआ बताया जा रहा है कि इस बिमान में 178 यात्री सबार थे
राष्ट्रीय सर्च और राहत बचाब एजेंसी के प्रबक्ता युसूफ लतीफ़ ने इसकी पुस्टि कि है
इस बिमान में 188 ब्यस्क, 2 बच्चे ब एक नबजात बच्चा भी था
यह विमान लायन एयर के पास इसी साल अगस्त में आया था

Saturday, 27 October 2018

फेसबुक बना जी का जंजाल

मेरे पास अंजलि नाम से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई मैने भी उस रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लिया जैसे ही मैने उसके साथ चैटिंग की उसके बात करने के अंदाज़ से बिलकुल भी पता नहीं लग रहा था की वह लड़की नहीं है कुछ दिनों तक बातों का सिलसिला कुछ ऐसे ही चलता रहा फिर मुझे उसकी बातों पर कुछ कुछ शक सा होने लगा तो मैने उस से वीडियो कालिंग पर बात करने को कहा तो उसने मेरी बात को सिरे से नकार दिया.
मेरे ज्यादा आग्रह करने पर उसने जब वीडियो कॉल रिसिब की तब पता चला कि हकीकत तो कुछ और ही है, जिसको मैं लड़की समझ रहा था असलियत में तो बह एक लड़का था उसके बाद उसने मुझे साफ साफ बताया कि यह आई डी उसने सिर्फ लड़कियों से मजे लेने के लिए बनाई हे.
यह फेसबुक पर कोई नई बात नहीं है ऐसी पता नहीं कितनी ही फेक आइडियों का अम्बार लगा हुआ है यहाँ पर, जब यही फेसबुक मजा, जी का जंजाल बन जाता है तब पता लगता है कि हकीकत क्या है
मैं गुजारिश करूँगा भारत सरकार से कि इन फेक प्रोफाइल्स पर जल्द से जल्द सख्त कदम उठाये, ताकि हमारी युबा पीढी इस फेसबुक रूपी दलदल से बच सके.
मैं कुछ फेक प्रोफाइल्स का खुलासा करूँगा अपने अगले ब्लॉग में
और ज्यादा पड़ने के लिए बने रहिये हमारे साथ...............................................


करबा चौथ मजाक

भाई लोगो आज नेट की स्पीड तो ऐसे आ रही है जैसे अमेरिका ने कोई राकेट लॉन्च किया हो
ओह माय गॉड तहकीकात करने पर सच्चाई कुछ और ही सामने आई है 
करवा चौथ के कारण महिलाओं ने अपने हाथों पर आज मेहँदी लगा रखी है

Friday, 26 October 2018

करवा चौथ

आज है कार्तिक महीने की पूर्णिमा जिसका हिन्दू समाज की हर महिला बेसब्री से इंतजार करती है जिसको हम सब करबा चौथ के नाम से जानते हैं, हर महिला सुबह उठते ही अपने ब्रत से सम्बंधित सभी  तैयारियां करने लगती है और मन ही मन भगवान से अपने पति की लम्बी उम्र  की कामना करती रहती हैं
बेसब्री से इंतजार रहता है शाम होने का और शाम होते ही महिलाएं जुट जाती हैं  अच्छे अच्छे पकवान बनाने में, और पूजा का सामान एकत्रित करने में,
चाँद निकलते ही महिलाएं सबसे पहले अपने आराध्य की पूजा करती है उसके बाद चन्द्रमा की
चन्द्रमा को छलनी में से देखा जाता है उसके बाद वही पर पति को भी उसी छलनी में से देखा जाता है उसके बाद पति की आरती उतारी जाती है
उसके बाद पतिदेव अपनी पत्नी को अपने हाथों से पानी पीला कर पत्नी का उपबास खुलबाते है, और पत्नी हर समय भगवान से यही बिनती करती है कि उसके पति कि उम्र हजारों साल हो
पूरे दिन के इंतजार के बाद अब समय आता है रात्रि भोजन का तो हर राज्य में अपने अपने तरीके का भोजन किया जाता है.    

सी बी आई की जाँच, केंद्र सरकार पर आंच

सबसे पहले पापा अपने बच्चे का दाखिला एक स्कूल में कराते है उसके बाद बच्चे को क्या सब्जेक्ट पढ़ना है बो भी पापा का ही निर्णेय होता है फिर बात आती है कालेज की वहां भी अहम् भूमिका पापा की ही होती है.
शिक्षा पूरी करने के बाद नंबर आता है नौकरी करने का वहां भी पापा की ही इजाजत चाहिए, नौकरी कर ली अब बारी आती है शादी की बच्चा कहता है जहाँ मेरे पापा कहेंगे वहीँ शादी कर लूंगा. सब कुछ ठीक चलता है तो ठीक नहीं तो पिता जी उसको बेदखल करने में जरा सी भी देर नहीं लगाते यानी बचपन से लेकर शादी तक पापा की बहुत ही अहम् भूमिका होती है
ऐसा ही कुछ हाल आजकल हमारी सी बी आई का हो रखा है बेचारी बच्चे की तरह कठपुतली बनकर रह गयी है, कोई भी राजनीतिक पार्टी जैसा कहती है बैसे ही उसका अनुसरण करना पड़ता है. अगर किसी केस की जाँच सी बी आई के हाथों में जाती है तो सबसे पहले सी बी आई को यह सोचना पड़ता है की यह जो केस हमारे पास आया है उसकी किस तरह से जाँच शुरू की जाये अपने स्तर पर अगर जाँच की जाती है तो वहां पापा की भूमिका निभाने केंद्र सरकार आ जाती है और अपने हिसाब से केस हैंडल करने को दबाब बनाती है अगर सी बी आई उसकी बात को नकारती है तो उसका परिणाम जनता के सामने है ही.
आज जो बर्तमान सरकार पर आरोप लगा रहे है वह भी अपने शासन कल में पापा की भूमिका कम नहीं निभाते.
हर पार्टी सत्ता में आने पर उसके साथ पिछले पांच सालों में जो जो जाँच कमेटियां बैठाई गई उनका बदला पूरा करती है उसके बाद अगर कहीं समय मिलता है तो थोड़ा बहुत जनता को भी याद कर लिया जाता है आगे सरकार भी तो बनानी है भाई
मेरा मत तो यह है की यहाँ से प्रधान मंत्री का जो सम्मान भरा पद जनता किसी एक पार्टी के मुख्य ब्यक्ति को देती है वह पद अमेरिका का अनुसरण करते हुए खत्म कर दिया जाये
देश की बागडोर केवल राष्ट्रपति के हाथों में दे दी जाये

Thursday, 25 October 2018

भारतीय राजनीति टी बी के ऊपर

हमारा देश किस दिशा में जा रहा है
हमारे देश को राजनैतिक पार्टिओं ने चुनाब का दंगल बना दिया है, हर कोई अपनी पार्टी की तारीफ करने में लगा रहता है, कोई यह भी पूछता है कि जनता क्या चाहती है, बड़े बड़े टी बी चैनल्स पर बहस होती है, छोटे छोटे मुद्दों पर यह पार्टियां आपस में ऐसे लड़ती है जैसे कि सब कुछ उनकी जेब से जा रहा है, कभी कभी तो गली गलोच बा मारपीट तक का नंबर आ जाता है, और इस से चैनेल की टी आर पी रातों रात बढ़ जाती है. यहाँ जो प्रवक्ता बुलाये जाते है बह भी पूरी तैयारी के साथ आते है, बात करते करते वह यह भी भूल जाते है की हम प्रवक्ता है बह अपने आपको उस समय पार्टी का अध्यक्ष समझने लगते है जैसे पार्टी का सारा भार उन्ही के कन्धों पर है. दूसरी पार्टी की गलतियां गिनवाने के सिबा इनके पास और कोई मुद्दा नहीं होता, उनसे कोई यह भी तो पूछे कि आपने अपने कार्य कल में क्या किया
टी बी वालो बहस में आम जनता को भी बुला कर देखो फिर पता लगेगा कि प्याज के रेट क्या चल रहे है

विधानसभा चुनाब राजस्थान मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ तेलंगाना मिजोरम

इस बार हो रहे पांचो राज्यों के चुनाब में देखना है कि किसकी कितनी पहुँच है जनता तक, जनता भी अब समझदार है उसको अच्छे से पता है कि किस राज्य में किसको लेकर आना है,
बात करें राजस्थान कि तो यहाँ मिलाजुला असर देखने को मिलेगा किसी एक पार्टी को दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने पर मजबूर होना पड़ेगा
क्यूंकि यहाँ के जो मुस्लिम वोटर है वह कांग्रेस के साथ खुले दिल से है वही अगर बात करें भारतीय जनता पार्टी की तो जो हिन्दू वोटर हैं वह बटा हुआ है कुछ कांग्रेस के सपोर्टर है तो कुछ भारतीय जनता पार्टी के
इस बार भारतीय जनता पार्टी की राह आसान नहीं है क्यूंकि बहुत सारे फैसले मुस्लिम समाज के खिलाप होने के कारन सारे मुस्लिम अब कांग्रेस के साथ है.हर कोई चाहता है कि जो भी सरकार हो बह किसी भी धर्म के साथ पछपात ना करे धर्म कोई भी हो हर कोई अपने एवं अपने परिवार के लिए सुरक्षा चाहता है
बी जे पी सरकार में गायों को लेकर जिस तरह से राजनीति हुई वह किसी से अछूती नहीं है कुछ लोगों को इस कानून के तहत अपनी जान तक गवानी पड़ी

बी जे पी, कांग्रेस या हो आम आदमी पार्टी, सब जनता के ऊपर किसको स्वीकारती किसको नकारती

आ गया चुनाव टिकट को लेकर घमासान
राजस्थान चुनाब के मद्देनजर हर पार्टी का कार्यकर्त्ता अपना दमखम दिखा रहा है कोई रैली कर रहा है, कोई घर घर जा रहा है, तो कोई नुक्कड़ जनसभा कर रहा है
टिकट को लेकर अपनी अपनी दाबेदारी साबित करने के लिए हर कार्यकर्ता तन मन धन से इसी जुगत में लगा है कि जनता किसी भी तरह से उसको वोट दे दे
सभी पार्टियों ने अपना अपना नारा भी बुलंद कर दिया है
आम आदमी पार्टी का नारा है – एक वोट और एक नोट
बी जे पी का नारा है – साफ नियत सही बिकास सबका साथ सबका बिकास
कांग्रेस का नारा है – जात पर न पात पर मोहर लगेगी हाथ पर
चुनाब के मद्देनजर जनता ने भी पार्टियों का मन अच्छी तरह से पड़ लिया है इसी के चलते पार्टियां भी असमंजस में है कि आगे क्या होगा, सबको बिकास की जरुरत है
इस बार का राजस्थान चुनाब बहुत ही रोचक होने वाला है, बहुमत तो कोई भी पार्टी सिद्ध नहीं कर पाएगी एक दूसरे का सहारा तो लेना ही पड़ेगा, इस बार बी जे पी की राह भी आसान नहीं है